Searching...

Translate

Join me on Facebook

ऐसा क्या लिखूँ की तेरे दिल को तस्सली हो जाए

ऐसा क्या लिखूँ की तेरे दिल को तस्सली हो जाए,
क्या ये बताना काफी नहीं की मेरी ज़िन्दगी हो तुम।


-----------------------------
यादों की कैद से आज़ाद हो भी जाओ अगर
वो रूह कहाँ से लाओगे जो उनकी इबादत न करे..

0 comments:

Post a Comment

Search This Blog

Followers